Panipat – कोरोना वायरस के नाम से साइबर अपराध से बचने के लिए पुलिस ने बताए उपाय

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रिपोर्ट -प्रवीण भारद्वाज /पानीपत -कोरोना वायरस के नाम से साइबर अपराधियों द्वारा अलग-अलग तरीके अपनाकर लोगो के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। इस प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए जिला पुलिस प्रशासन द्वारा उपायों  के साथ एडवाइजरी जारी की l

उप-पुलिस अधीक्षक मुख्यालय  सतीश कुमार वत्स ने बताया कि कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी ने समूचे विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है। इस महामारी के फैलने के बावजूद कुछ साईबर अपराधी विभिन तरीकों से लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनका आर्थिक रुप से व मानसिक रुप से शोषण कर रहे हैं। इसलिए आप सभी नागरिकों से अपील है कि किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ आप अपने बैंक से सम्बन्धित गोपनीय सूचना उसको उपलब्ध न करवाएं। निम्नलिखित बातों पर विशेष ध्यान रखें ताकि इनसे बचा जा सके।

1.  अनजान व्यक्ति अपने आपको हस्पताल का डॉक्टर अथवा कर्मचारी बताकर आपसे मदद मांग सकता है और आपको यह कहकर कि आपका रिश्तेदार बिमारी के कारण हस्पताल में दाखिल है । धोखेबाज व्यक्ति चिकित्सा उपचार के लिए भूगतान का अनुरोध करते है।

2.  अनजान व्यक्ति आपके पास मैसेज द्वारा अथवा व्हाट्सएप मैसेज द्वारा ऐसा मालवेयर या लिंक भेजकर उसे एक्सैस करने बारे कह सकता है जिसको आपने एक्सैस नहीं करना है। ऐसे किसी भी लिंक को एक्सैस ना करें जिसके शुरुआत में http:// …………… लगा हो । केवल https://….. Website ही प्रयोंग करें जो कि सुरक्षित है।

3. कोविड-19 मामलों के प्रसार के लिए जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय से एक लाइव मैप का नाटक करने वाली एक दुर्भावनापूर्ण वेबसाइट ऑनलाइन चल रही है और आपके कंप्यूटर अथवा मोबाईल का डाटा चुरा सकती है।

4. फिशिंग अभियान – व्यक्तिगत या भुगतान विवरण प्रदान करने के लिए, या मैलवेयर युक्त लिंक को खोलने के लिए पीड़ितों को बरगलाए जाने के उद्देश्य से, राष्ट्रीय या वैश्विक स्वास्थ्य अधिकारियों से होने का दावा करने वाले ईमेल आपको प्राप्त हो सकते हैं।

5. कोरोना वायरस अथवा कोविड-19 व”corona live 1.1″ जैसी बहुत सी फेक एन्ड्रायड एप्लीकेशन आपको गूगल सर्च इंजन पर मिल सकती है जिसमें आपको कोरोना के सम्बन्ध में आँनलाईन जानकारी देने बारे बरगलाया जा सकता है। ऐसी कोई भी एप्लीकेशन अपने मोबाईल पर इंस्टोल ना करें ।

6. एक वायरल यूनिसेफ कोरोना वायरस व्हाट्सएप फॉरवर्ड और इंफो ग्राफिक सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया जा रहा है, जो नकली पाया गया है और यूनिसेफ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने कोविड -19 के लिए किसी भी प्रकाशित सलाहकार से इनकार किया है।

7. सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से एक वायरल यूनिसेफ कोरोना वायरस व्हाट्सएप द्वारा प्रसारित किया जा रहा है, जो नकली पाया गया है।

8. सोशल मिडिया जैसें व्टसएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर कोविड-19 के ईलाज के सम्बन्ध में अथवा पुरानी विडियों को इससे जोङ कर कुछ शरारती तत्व इन्हें अपलोङ अथवा फारवर्ड कर रहे हैं जो कि गैर जिम्मेदाराना अथवा कानून विरोधी है। अतः बिना किसी प्रमाणिक के इन्हें आगे फारवर्ड ना करें अन्यथा आपके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा सकती है।

9. OLX  के माध्यम से कोई भी चीज ना तो बेचे और ना ही खरीदे। यदि  फिर भी आपको OLX के माध्यम से खरीद बेच करनी है तो किसी अनजान व्यक्ति से न तो पैसा अपने खाते मे डलवाए और ना ही ट्रांसफर करे। जो साईबर अपराधी OLX साईट से जुङे हुए है । वो आपको लालच मे लाकर आपका पुरा एकाउंट ही खाली कर देगे ।

जिला पुलिस की आमजन से अपील है कि कोराना महामारी के बारे मे प्राप्त होने वाले किसी भी प्रकार के मैसेज की पहले अच्छे तरीके से जांच करे। किसी भी अंजान व्यक्ति की और से भेजे गए ई-मेल, मैसेज या अन्य साधनों से भेजे गए लिंक को खोलने से बचे। किसी भी अंजान वेबसाइट को अपने सिस्टम मे न खोलें। केवल सरकारी या सत्यापित मोबाइल ऐप, वैबसाइट लिंक आदी का ही प्रयोग करें। ऐसी फेक साईट पर कभी भी पैसा ऑनलाईन ना तो ट्रासंफर करे और ना ही अपने खाते मे डलवाए। और ना ही कोई लिंक ओपन करे ।