पानीपत – सेल्फी और वीडियो बनाने का शौंक किस कदर बच्चों और युवकों पर हावी हो रहा है कि उन्हें तनिक भी किसी ख़तरे का आभास नहीं l इसी कारण दिल्ली-अंबाला अप लाइन पर ताऊ देवीलाल पार्क के पास टिक-टॉक एप से वीडियो बना रहे तीन युवक पैसेंजर ट्रेन से कटने से बेमौत मारे गए। बताया जा रहा है तीनों रिश्ते में मामा-भांजा थे । सूचना मिलते ही जीआरपी मौके पर पहुंची और शवों को सिविल अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया l
पुलिस ने बताया कि राकेश नगर निवासी सन्नी (17) पुत्र सुरेश व चमन (15) पुत्र भूपेंद्र और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला उनका मामा कृष्ण (20) पुत्र दयाराम शाम सेक्टर छह स्थित देवीलाल पार्क के पास पहुंचे और पटरी पर खड़े होकर मोबाइल से फोटो लेने लगे। और मेन लाइन पर आकर थोड़ी देर रुक गए। हाथ में मोबाइल लेकर टिक-टॉक पर अलग अलग वीडियो बनाने लगे। इतने में डाउन लाइन पर तेज रफ्तार ट्रेन देखकर तीनों डर गए और जान बचाने के लिए अप लाइन की तरफ भागे। लेकिन अप लाइन पर पानीपत स्टेशन से अंबाला की तरफ जा रही 303 कालका पैसेंजर ट्रेन आ रही थी। तीनों इसी ट्रेन से कुचलकर बेमौत आयी मौत का शिकार हो गए l
बताया गया है कि भूपेंद्र की मौसी की बेटी की शनिवार को शादी हुई थी और परिवार में खुशी का माहौल था। लेकिन खुशियों भरा यह माहौल तीन दिन बाद मातम में बदल गया।
साथ में गए एक रिश्तेदार दिनेश ने बताया कि उसने उन्हें रोका था कि वीडियो मत बनाओ। ट्रेन आ रही है पर तीनों नहीं माने और वीडियो बनाते रहे l सामने से ट्रेन आती देख वह ट्रैक से बाहर आ गया और पीछे मुड़कर देखा तो दूसरी ट्रेन की चपेट में आने से तीनों के शव खून से लथपथ बिखरे पड़े थे और उसकी आंखों के सामने तीनों की जान चली गई। जिसका उसे हमेशा अफ़सोस ही रहेगा l