नैनीताल -सैन्य धाम के लिए मिट्टी लेने राजेश अधिकारी के घर पहुंची शहीद सम्मान यात्रा

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रिपोर्ट -कांता पाल/नैनीताल – सरोवर नगरी में बुधवार को शहीद सम्मान यात्रा नैनीताल शहीद मेजर राजेश अधिकारी  के आवास पर पहुंची और उनके बड़े भाई महेन्द अधिकारी और भाभी करूणा अधिकारी  ने  जमीन स्थली मिट्टी दी बता दें देहरादून में बनने वाले सैन्य धाम निर्माण के लिए सैनिक पुनर्वास कल्याण बोर्ड के द्वारा प्रदेश भर के हर जिले,ब्लॉक और तहसील स्तर पर शहीदों के घर से मिट्टी लेने का काम किया जा रहा है और इसी के तहत बुधवार सैनिक पुनर्वास कल्याण बोर्ड के कैप्टन पुष्कर सिंह भंडारी के नेतृत्व में शहीद सम्मान यात्रा नैनीताल पहुंची जहां टीम के द्वारा 1999 के भारत पाकिस्तान कारगिल युद्ध में शहीद हुए महावीर चक्र विजेता मेजर राजेश अधिकारी, 1971 पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए लांस नायक प्रकाश लाल, 1965 में शहीद हुए सिपाही रतन सिंह भवाली के शिवराज सिंह के घर जाकर उनकी जन्मस्थली से मिट्टी एकत्रित की। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के द्वारा यात्रा का भव्य स्वागत किया। और यात्रा के  पहुंचने पर कैप्टन भंडारी संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन के द्वारा शहीद मेजर राजेश अधिकारी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर नारेबाजी की और शहीदों को नमन किया पश्चात मॉल रोड मैं रैली निकली। उसके बाद शहीद मेजर राजेश अधिकारी के आवास पहुंचे जहां से सैन्य धाम निर्माण के लिए मिट्टी एकत्रित की जिसके बाद टीम लांस नायक प्रकाश लाल के घर पहुंची और वहां से भी मिट्टी एकत्र की। इस दौरान कैप्टन पुष्कर सिंह भंडारी ने बताया कि पूरे उत्तराखंड में 1734 वीर जवान सपूत जिन्होंने देश के लिए अपनी जान गवाई सैन्य अधिकारी उनके घर जाकर घरों से मिट्टी उठाने का कार्य चल रहा है जो बीते 20 नवंबर से 7 नवंबर तक चलेगा और कुमाऊं के 6 जिलों से शहीद जवानों के घरों की मिट्टी को हम लोग 6 दिसंबर को हरिद्वार लेकर पहुंचेंगे जहां मिट्टी का पुरोहितों के द्वारा पूजा अर्चना की और गढ़वाल मंडल के  सातों जिलों के शहीद जवानों की मिट्टी ऋषिकेश पहुंचेगी और 7 तारीख को काफिले के साथ देहरादून भव्य कार्यक्रम में पहुंचेंगे और सैन्य धाम की हिंदू रीति रिवाज के अनुसार नींव रखी जाएगी। उन्होंने बताया नैनीताल जिले में 56 वीर सपूतों ने देश के लिए अपनी कुर्बानी दी और केंद्र सरकार के द्वारा देहरादून में सैन्य धाम बनाने की घोषणा की जिसके तहत उत्तराखंड में शहीद हुए सभी वीर सपूतों के घरों से मिट्टी उठाई का कार्यक्रम चल रहा है।