अजमेर – दिल्ली के किन्नर ख्वाजा ग़रीब नवाज की दरगाह में पहुंचे, देश की तरक्की और खुशहाली की दुआ मांगने

0
419

किशोर सिंह / अजमेर – ख्वाजा ग़रीब  नवाज की  दरगाह में सभी अपनी मुरादों के पूरा होने के बाद कुछ ना कुछ पेश करते है … कोई ख्वाजा के यहाँ  देग पकवाता है तो कोइ फूलो की  चादर पेश करता है .. यही वजह है कि किन्नरों ने ख्वाजा साहब की  दरगाह में  चांदी  का कलश ओर मखमली चादर ओर फूल पेश कर अपने सभी मेहमानों के परिवारों में कामयाबी की दुआ मांगी l

ख्वाजा ग़रीब  नवाज की  दरगाह जहा सभी मज़हब के लोग हाजरी लगाने के साथ- साथ मुरादे लाते है … ओर ख्वाजा जी उनके खाली दामन को खुशियों से भर देते है यही वजह रहती है कि  ख्वाजा साहब के चाहने वाले अपनी मुराद पूरी होने पर चादर , फूल पेश करते है … यहाँ तक कि ख्वाजा साहब की  दरगाह में रखी अकबरी देग भी बनवाते है मगर आज ख्वाजा साहब दरगाह में किन्नरों ने अपनी अकीदत का इज़हार करते हुए चादर तो  चढ़ाई ही…साथ ही दरगाह में पेश किया  चांदी का कलश दरगाह जुलुस के रूप में जाते ये है दिल्ली के किन्नर जो अपनी मुराद पूरी होने पर ये चमचमाता चांदी  का कलश चढाने लाये है l  इत्र और  गुलाब कि खुशबू से महकता ये माहोल महफिले कव्वाली से शुरू हुआ… जिसके बाद ढोल ताशो पर ख्वाजा जी की धुन में नाचते किन्नर दरगाह पहुंचे l  ख्वाजा साहब कि दरगाह में पेश हुए चांदी के कलश को  खादिम की अगुआई में दरगाह तक ले जाया गया…दरगाह में किन्नरों ने बारगाहे ग़रीब नवाज में मखमली चदार चढाते हुए चांदी के इस कलश को दरगाह में खवाजा साहब के नजर कर दिया l

किन्नर अपना कोई मजहब नहीं मानते ,वे मानते है इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है…इसलिए  वे सबकी खुशहाली और देश की तरक्की की दुआ मांगते है l  किन्नर जिसको भी दुआ देते हे खुशहाली की दुआ देते है l  .ग़रीब नवाज का मरकज रूहानी मरकज है जहाँ जो भी अपनी अकिदतो के साथ आता है, फैज़ पाता है, फिर यहाँ आने वालो में क्या खास और क्या आम यहाँ आने वाला हर जायरीन अपनी खुशनसीबी मानता है की उसे दरबारे ख्वाजा में आने का मौका मिला l