आगरा – आगरा के लोगों को पानी के संकट से निजात मिलने वाली है : पूर्व कैबिनेट मंत्री

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रिपोर्ट – नसीम अहमद/ आगरा – आगरा जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन पूर्व कैबिनेट मंत्री वरिष्ठ भाजपा नेता राजा महेंद्र अरिदमन सिंह ने प्रेस वार्ता संबोधित करते हुए कहा कि आगरा में गंगा जल आपूर्ति का इंतजार खत्म हो गया है और आगरा के लाखों लोगों को पानी के संकट से निजात मिलने वाली है l आगरा के लोग करीब डेढ़ दशक श्री गंगाजल का इंतजार कर रहे थे फाइलों में तभी इस योजना को साकार करने के लिए हमें बहुत प्रयास करना पड़ा इस बीच गंगा जल परियोजना को साकार होने में कई उतार-चढ़ाव आए प्रारंभ में गंगा जल परियोजना फाइलों में ही सिमटी थी l हम आगरा में गंगाजल लाने के लिए पूरी ताकत के साथ जुटे 2012 में गंगाजल प्रोजेक्ट कौन फाइलों से बाहर निकाला 2012 में योजना में तेजी लाने के लिए शासन स्तर पर प्रयास किए पिछली सरकार में बतौर कैबिनेट मंत्री हमारे सबसे बड़ी पहल रही कि गंगा जल परियोजना के तहत पालडा पॉल से पानी लाने के लिए 3 विकल्पों उलझी योजना को एक बिंदु पर लाकर खड़ा किया l दरअसल कुछ लोगों ने गंगाजल प्रोजेक्ट के अलावा दो अन्य विकल्प सुझाए थे इनमें एक बलदेव रजवाह/ पचावर ड्रेन से दूसरा हरनाल स्कैप से पानी लेने का प्रस्ताव था l गंगाजल प्रोजेक्ट के तहत पालडा फॉल से पानी लेने के प्रोजेक्ट के साक्षेप बलदेव रजवाह और हरनाल स्कैप का तुलनात्मक अध्ययन कराया तो पता लगा पाडला फॉल की ग्रेविटी के माध्यम से पाइपलाइन के जरिए पानी लाना तकनीकी रूप से अधिक उपयुक्त है ,जबकि बलदेव राज वाह और हरनान स्कैप पर पंपिंग सेट लगाने होंगे अहम बात यह है कि 2012 तक यही योजना कागजों तक ही थी हमने जब शासन स्तर पर प्रयास किए तो पालडा फॉल बुलंदशहर से आगरा तक पाइप लाइन बिछाने की डीपीआर तैयार हुई इसके बाद लाइन बिछाकर शहरी पेयजल व्यवस्था के लिए काम शुरू हो गया l इस तरह 6 साल में जो प्रोजेक्ट पूरा कराने के लिए प्रयासरत रहा आगरा शहर और देहात के लोगों को पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए खेला गया हमारा अभियान अभी यहीं खत्म नहीं हुआ है l ग्रामीण क्षेत्र में उच्च जलाशय स्किन बनवाई थी 388 से ज्यादा उच्च जलाशय बने थे l कुछ का निर्माण हो गया है कुछ का निर्माण कार्य चल रहा है, इस दिशा में आगे भी हम सब के साथ मिलकर पानी का संकट दूर कराने के लिए और बेहतर प्रयास करेंगे l दरअसल किसी भी नगर या देहात क्षेत्र के लिए स्वच्छ पानी और शुद्ध हवा बड़ी समस्या है l इसके लिए हमारे द्वारा शहर मैं अतिरिक्त पानी की आपूर्ति के विकल्पों का काम शुरू कर दिया गया है देहात के लिए नहरों से लेकर वर्षा जल संचयन का काम करने के साथ लोगों को जागरुक करने का काम भी किया जाएगा l

फाइलों से आगरा की जमीन पर कैसे पहुंचा गंगाजल तत्कालीन मंत्री राजा महेंद्र अरिदमन सिंह ने आगरा गहराता जल संकट और पानी की आपूर्ति के लिए तैयार की गई बैराज का गंगा जल की आपूर्ति के लिए हुई l स्टडी पर चर्चा की थी 2012 में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद राजा महेंद्र अरिदमन सिंह ने सबसे पहले गंगाजल प्रोजेक्ट का काम शुरू किया और इस प्रोजेक्ट को फाइल से जमीन पर लाने के प्रयास शुरू किए ऐसे में तत्कालीन मुख्यमंत्री ही वित्त मंत्री थे l बतौर कैबिनेट मंत्री राजा महेंद्र अरिदमन सिंह की गंगाजल प्रोजेक्ट पर लंबी वार्ता हुई इसके बाद अंडर ग्राउंड पाइप लाइन की डीपीआर तैयार कराई गई जय प्रोजेक्ट 2016 में पूरा होना था लेकिन कई अड़चनें आने से लंबा खिंच गया और अब जाकर पूरा हुआ है l कई बार आगरा के सर्किट हाउस में राजा महेंद्र अरिदमन सिंह ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठके की और अड़चनें दूर कराई आप जहर प्रोजेक्ट पूरा हो चुका है 2026 के बाद कंकरीट की नहर से लाया जाए पानी जल निगम की स्टडी रिपोर्ट के अनुसार आगरा की बढ़ती जनसंख्या के हिसाब से 140 क्यूसेक अतिरिक्त गंगाजल से 2026 तक ही पेयजल आपूर्ति हो सकती है इसके बाद के लिए कंकरीट की नहर बनाकर बाहर से पानी लाना पड़ेगा एक विकल्प यमुना बैराज का भी है लेकिन इसके लिए संशोधन की तकनीकी बदलाव करना होगा l