आगरा – आगरा शहर में बंदरों का आतंक , आधा दर्जन लोगों ने गंवाई जान

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रिपोर्ट- नसीम अहमद /आगरा – बन्दर, संकट मोचन हनुमान का रूप माने जाते है लेकिन इन दिनो बजरंग  बली की इसी सेना ने आगरा वासियो के लिए संकट के दिन ला दिये है l  आगरा में बंदरो की बढती जनसंख्या अब खूंखार हो गयी है l आये दिन बंदरो के हमले से लोग घायल हो रहे है और लगभग आधा दर्जन लोग अपनी जान गंवा चुके है l शहर के सरकारी अस्पताल के आपातकालीन विभाग के बाहर भी बंदर घूम रहे है, शहर की कोई जगह नहीं बची जहाँ ये घूमते न नज़र आये l बंदरो के इस आतंक को गम्भीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने वन विभाग के साथ मिलकर इस बानर सेना पर रोक लगाने का मन बनाया है l
आगरा में  बन्दरो का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि लोगो के दिलो से बन्दरों को देखकर जो आस्था उभर  कर आती थी वो अब डर के सबब बन गया  है पहले जहा बंदरो को देख कर उन्हें भगवान् राम  भक्त हनुमान का रूप मानकर श्रद्धा से सिर झुक जाता था लेकिन अब वही लोग अपने बच्चो की हिफाजत के लिए इन बंदरो से जंग लड़ने को मजबूर है क्यों की बंदरो के हमलों में लगभग आधा दर्जन लोगो की मौत हो चुकी है और प्रशासन अब तक गहरी नींद में सोया हुआ था l  बंदरो के हमले में हर दिन दर्जनों लोग घायल हो रहे है बंदरो के इस आतंक को देखते हुए जिला प्रशासन अब हरकत में आया है और बंदरो की जनसंख्या पर अंकुश लगाने के साथ ही इनके आतंक पर भी रोक लगाने की योजना बनायीं जा रही है l
आगरा प्रशासन ने बंदरो के आतंक पर लगाम लगाने के लिए कमर कस ली है लेकिन ताजनगरी के वासिंदे इन बंदरो के आतंक से कितने परेशान है आइये आपको सुनवाते है की किस तरह ये लोग अपने ही घरो में बंदरो की वजह से कैद होने को मजबूर है और अगर जब भी घर से बाहर निलते है तो कितना एहतियाद बरतना पड़ता है l
बंदरो के आतंक पर प्रशासन ने रोक लगाने का मन बनाया है लेकिन प्रशासन अपनी इस योजना से बंदरो के आतंक पर कितना अंकुश लगा पाता  है ये आने वाले दिनों में पता चलेगा लेकिन  फिलाहल बंदरो की टोली आगरावासियो के लिए आतंक का पर्याय बनी हुई है l