करनाल – सी एम् सिटी में डेंगू से हाहाकार

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करनाल – करनाल शहर में इस बार फिर डेंगू के हररोज बढ़ते मरीजों की संख्या ने हाहाकार मचा दी है, किसी भी अस्पताल में देखें या किसी लैब में हर तरफ डेंगू के मरीज ही नज़र आ रहे हैं , डेंगू से पीड़ित कुछ मौत भी हुई है l इधर सरकारी डाक्टर अपने सरकारी अस्पताल में किये गए टेस्ट का ही राग अलाप रहे हैं कि स्थिति इतनी भयानक नहीं है जितनी निजी अस्पताल बता रहे हैं l डाक्टर योगेश छाबड़ा ने इस विषय पर बताया कि इस वक्त करनाल में डेंगू के मरीजों की संख्या सर्वाधिक है l कई निजी अस्पताल के दौरे के बाद जानकारी मिली कि अस्पताल में तो मरीजों को रखने की जगह भी कम पड़ गई है , यानि हर दूसरे घर में डेंगू का मरीज हैं  कहीं कहीं तो पूरा घर इसकी चपेट में है यानि कई हज़ार डेंगू के मरीज हैं शहर में l गांवों में डेंगू के मरीजों की संख्या सर्वाधिक है l
महाबीर दल अस्पताल से ही पता चला कि वहां 200 से भी ज्यादा हर रोज टेस्ट हो रहे हैं जिनमें ज्यादा डेंगू के ही मरीज हैं l  हालांकि अस्पतालों की  ऐसी स्थिति को देखते हुए कुछ मरीज अस्पताल की बजाए घर पर ही डेंगू का उपचार करवा रहे हैं l कुछ अस्पताल ऐसे हाल में कमाई करने के लिए मरीजों को फटाफट भर्ती कर लेने का काम करने में लगे हैं l डाक्टर योगेश छाबड़ा का कहना है बुखार महसूस होने पर सबसे पहले टेस्ट करना चाहिए की बुखार कौन सा है डेंगू होने पर सही उपचार करना चाहिए प्लेटलेट्स कम नहीं होने देने के लिए खूब पानी पीना जरूरी है l
14 सेक्टर निवासी उमेश का कहना है कि शहर में हर बार डेंगू फैलता है इस बार स्थिति खराब और संख्या बहुत ज्यादा है, स्वच्छता का नाम लेकर ऊपरी सजावटों पर करोडों रुपया बर्बाद किया जा रहा है ,लेकिन नगर निगम द्वारा मच्छरों को मारने के लिए कोई छिड़काव कहीं पर नहीं किया जा रहा है l
सरकारी अस्पताल के सीएमओ डाक्टर गुलशन अरोड़ा ने बताया कि जुलाई से लेकर अब तक हमारे पास 75 पोजिटिव केस आये हैं और इस महीने 16 डेंगू के केस आये हैं , निजी अस्पताल किसी भी वायरल बुखार को डेंगू बता रहे हैं हालाँकि हमने सभी निजी अस्पतालों को सब सैम्पल की रिपोर्ट हमें भेजने के निर्देश दिये हुए हैं लेकिन वो नहीं भेजते हैं हम उनके द्वारा दिये आँकड़े को नहीं मानते हैं l