करनाल – स्कूलों के सामने पानी खड़ा होगा तो बच्चे कैसे पढ़ेंगे, अधिकारी अपने दायित्व को समझें – मंत्री नायब सिंह सैनी

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करनाल – हरियाणा के श्रम एवं रोजगार मंत्री नायब सिंह सैनी ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी करनाल को निर्देश दिए कि गांव नगला फार्म मरगैन में स्कूल के पास खड़े पानी की जल्द से जल्द निकासी करवाए तथा भविष्य के लिए नाले इत्यादि का निर्माण करवाकर इसका स्थाई समाधान करें। मंत्री ने यह निर्देश कष्टï निवारण समिति की मासिक बैठक में मरगैन निवासी पूर्व सरपंच कृष्ण लाल की शिकायत का निवारण करते हुए संबंधित अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों के आस-पास पानी नहीं खड़ा होना चाहिए, बेमौसमी बारिश के कारण जहां-जहां स्कूलों के पास पानी खड़ा है अधिकारी उसका तुरंत समाधान करें ताकि स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े। मंत्री नायब सिंह सैनी बुधवार को पंचायत भवन में आयोजित जिला लोक सम्पर्क एवं कष्टï निवारण समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। मंत्री ने आज की बैठक में 10 मामलों में से 8 का मौके पर ही निवारण कर दिया, केवल 2 मामलों की जांच से परिवादी के संतुष्टï न होने पर पुन: जांच के निर्देश दिए।
बैठक में नगला फार्म मरगैन के कृष्ण लाल की शिकायत पर कड़ा संज्ञान लेते हुए मंत्री ने संबंधित बीडीपीओ को निर्देंश दिए कि स्कूल के पास जो पानी खड़ा है, मोटर लगाकर उसे एक दिन के अंदर ही निकाल दें तथा इसका स्थाई समाधान करें। इसी प्रकार गांव सालवन निवासी राजबीर की शिकायत थी कि स्कूल के इंचार्ज ने पेड़ों की कटाई का पैसा सरकारी खजाने में जमा नहीं कराया है। जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शिकायतकत्र्ता के आरोप सही पाए गए हैं संबंधित स्कूल इंचार्ज के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए मुख्यालय को लिखा गया है। सरकार के नियमानुसार इस शिक्षक को सेवानिवृत्ति के बाद दोबारा लगाया गया है। मंत्री ने इस पर कहा कि ऐसे दोषी शिक्षक को सेवानिवृति के बाद पुन: नौकरी पर नहीं रखना चाहिए था, उसे तुरंत हटाने के निर्देश दिए।
मंत्री ने बैठक में सुभरी निवासी राजेन्द्र की शिकायत का निवारण करते हुए संबंधित बंैक मैनेजर को निर्देश दिए कि प्रार्थी की जानकारी के बिना बैंक द्वारा खाते से जो लेन-देन किया है, उस राशि के लिए बैंक स्वयं जिम्मेदार है। प्रार्थी व बैंक के बीच लोन का मामला अलग है, बैंक उसकी रिकवरी कानून के हिसाब से करे। इसी प्रकार गढ़ी बीरबल निवासी जोनी शर्मा का मामला कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के सर्विस प्रवाइडिड ठेकेदार से संबंधित था प्रार्थी का कहना था कि ठेकेदार द्वारा उन्हें सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी से निकाल दिया और दोबारा नौकरी पर रखने के लिए 70 हजार रूपए की मांग की गई है। मेडिकल कॉलेज के  डाक्टर द्वारा जांच रिपोर्ट में बताया कि प्रार्थी ने शिफट में डयूटी करने से मना किया है और वैसे यह मामला मेडिकल कॉलेज से संबंधित नहीं है, इसके लिए ठेकेदार जिम्मेवार है। मंत्री ने इस पर संज्ञान लेते हुए उपायुक्त को निर्देश दिए कि अगली बैठक में ठेकेदार को बुलाया जाए।
बैठक में गांव शेखनपुर निवासी राजेश कुमार की शिकायत पुलिस विभाग से संबंधित थी। प्रार्थी का आरोप था कि उनके पिता की हत्या में संलिप्त दोषी संजीव कुमार के खिलाफ अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है, वर्ष 2015 से यह मामला लटका हुआ है। मंत्री नायब सिंह सैनी ने पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए कि दोषी की उस दिन की मोबाइल लोकेशन का पता लगाए तथा इसका पॉलीग्राफी टैस्ट भी करवाए ताकि प्रार्थी को न्याय मिल सके। इसी प्रकार गांव शामगढ़ निवासी जय किशन सैनी की शिकायत प्रो. श्री बालाजी ऑटो मोबाईल्स हाल ऑटो कृष्णा टीवीएस के विरूद्घ थी। प्रार्थी का आरोप है कि उक्त फर्म वह सुपरवाईजर के पद पर कार्य करता था और उसे पिछले 4 माह का वेतन नहीं मिला है। जांच रिपोर्ट में लेबर इंस्पेक्टर ने बताया कि प्रार्थी का वेतन रूका हुआ है। इस पर मंत्री ने उपायुक्त को निर्देश दिए कि प्रार्थी को यह राशि जल्द से जल्द दिलवाए।
कष्ट निवारण समिति की बैठक में गांव बालू निवासी राजसिंह की शिकायत बच्चे के जन्म प्रमाण-पत्र में त्रुटि को ठीक करवाने को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सांभली में कार्यरत प्रवीण कुमार के खिलाफ थी। उनका कहना था कि उन्हें नाजायज परेशान किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए डॉ० ने बताया कि प्रार्थी के बच्चे का स्कूल प्रमाण-पत्र नहीं मिला था, उनका जल्दी ही जन्म प्रमाण-पत्र से संबंधित त्रुटि को दूर करके नया जारी किया जाएगा। इसी प्रकार गांव पस्ताना निवासी की शिकायत बिजली बोर्ड से संबंधित थी। उनका कहना था कि उनके घरों के ऊपर से बिजली की हाईटैंशन तार गुजरी हुई है जिससे दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है।  जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए एक्शन ने बताया कि तारों को हटाने का एस्टीमेट बन गया है, इनको जल्द ही हटा दिया जाएगा। इसी प्रकार बजीदा रोड़ान निवासी कर्मजीत कौर की शिकायत पुलिस विभाग से संबंधित थी। प्रार्थीया का कहना था कि कुछ लोगों द्वारा उसके पति व उसके साथ मारपीट की गई थी। पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए डीएसपी ने बताया कि दोनों पक्षों का आपसी सहमति से समझौता करवा दिया गया है।
कष्ट निवारण समिति की बैठक में एजेंडा के अलावा अन्य लोगों की सुनवाई करते हुए बसताडा गांव की लडक़ी प्रियंका ने मंत्री के सामने शिकायत की कि उनकी शादी कुरूक्षेत्र में हुई है। शादी दोनों पक्षों ने खुशी के माहौल में आयोजित की, शादी में मेरे माता-पिता ने अपनी हैसीयत से ज्यादा दहेज दिया। शादी के कुछ ही दिनों के बाद उनका पति उसे छोड़ कर विदेश चला गया है। उनके जाने के बाद लडक़े के माता-पिता ने उनके साथ बातचीत करनी छोड़ दी। यह मामला मेरे माता-पिता ने पुलिस में दिया तो पुलिस की कार्रवाई में कुछ कमी दिखाई दी। मेरे ससुराल वाले काफी दबंग हैं वह पुलिस के साथ मिली-भगत करके न्याय को ऊपर आने नहीं आने देते। इस पर मंत्री ने कड़ा संज्ञान लेते हुए मौके पर ही एसपी को निर्देश दिए कि इस मामले में तत्परता से कार्रवाई अमल में लाई जाए ताकि पीडि़त को न्याय मिल सके।