देश कभी नहीं भुला सकता शहीदों का योगदान – बाजौर

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अजमेर – राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर ने कहा कि एक अप्रेल 1999 के बाद अगर किसी शहीद के परिजन को सरकारी नौकरी नहीं मिली है तो समिति विशेष प्रयास कर उसे नौकरी दिलवाएगी। शहीद हमारी विरासत हैं, उनके परिजनों को किसी तरह की समस्या नहीं आने दी जाएगी। उन्हें किसी भी तरह की परेशानी है तो जिला प्रशासन से मिलकर उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा।
राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर ने आज जिले में विभिन्न स्थानों पर सैनिकों के परिजनों का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि हमारे देश के सैनिक और शहीद हमारी सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। यह वह कड़ी है जिसके कारण हम अपने घरों में चैन की नींद सोते हैं।
उन्होंने शहीदों के परिजनों से कहा कि एक अप्रेल 1999 से पहले के शहीद परिवार में खून के रिश्ते के एक सदस्य को यदि पूर्व में नौकरी नहीं मिली है तो उन्हे नौकरी दिलवायी जाएगी। अगर शहीद की मूर्ति स्थापित नहीं की गई है तो श्री बाजौर स्वयं के खर्चे से मूर्ति की स्थापना करायेगें। जिन शहीदों के नाम से विद्यालय का नामकरण नहीं हुआ है उनके नामकरण की कार्यवाही के लिए प्रस्ताव बनाकर अपनी सिफारिश के साथ मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे को अनुमोदन के लिए भिजवाया गया है। इसकी शीघ्र घोषणा किये जाने की सम्भावना है ।
उन्होंने बताया कि आज भोपो का बाड़ा अजमेर में स्व. गोवर्धन लाल चौहान पुत्रा शहीद एस.सी.चौहान के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की तत्पश्चात पंचशील नगर में श्रीमती जीवन कंवर पत्नि शहीद जय सिंह राठौड़, सोमलपुर में श्रीमती नैना बानो शहीद देवी खां कायमखानी, श्री गार्डन चन्द्रवरदाई नगर में श्रीमती मीना कुमारी पत्नि शहीद सुजान सिंह, श्रीमती विनोद कंवर पत्नि शहीद भंवर सिंह, सुखदेव सिंह भाई शहीद बलदेव सिंह, श्रीमती हजा बेगम (चाचीसास) स्व. श्रीमती रजिया बेगम पत्नि शहीद अल्लानूर एवं गांव कोटाज में श्रीमती गंगा शहीद लादूराम को शाल ओढाकर सम्मानित किया। बाजौर ने शहीदों के परिजनों से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए जिला कलक्टर के माध्यम से समाधान का आश्वासन दिया। उनके साथ जिला सैनिक कल्याण अधिकारी बनवारी लाल सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।