पिथौरागढ़ में बादल फटा, 17 की मौत 11 लापता

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पिथौरागढ़ – उत्‍तराखंड में पिथौरागढ़ के मालपा के निकट बादल फटने से अचानक आई  बाढ़ की वजह से11 लोग लापता हो गए I  इसके चलते कैलाश मानसरोवर यात्रा रोक दी गई है I मालपा में शिव मंदिर के पास यह घटना घटी I एसएसबी के बचाव दल ने अब तक चार शव बरामद किए हैं I दो जवान और एक जेसीओ को मलबे से सकुशल निकाल लिया गया है। मालपा नाला उफान में आने से तीन होटल बह गए। साथ ही दर्जनों लोग घायल हैं। घायलों में दो पुलिस के जवान भी शामिल हैं।

धारचूला तहसील से आगे पांगला से लेकर मालपा तक जगह-जगह भूस्खलन से भारी तबाही मची। यह मार्ग कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग है।  पिथौरागढ़ मुख्यालय से 145 किलोमीटर दूर घटियाबगड़ में सेना का कैंप है। काली नदी के किनारे स्थित इस कैंप में बादल फटने से तबाही मची। इससे करीब नौ किलोमीटर दूर मालपा में भी मांगती नाला उफान पर आया और वहां भी तबाही मची।मांगती नाले के पास सेना के तीन ट्रक मय सामान के बह गए हैं। चार अन्य वाहन भी गायब है। कुमाऊ बटालियन का एक जवान लापता है। सेना के एक जेसीओ का शव मिल चुका है और एक सिविलियन महिला का शव भी मिला है। एक सिविलियन वृद्धा भी लापता बताई जा रही है। धारचूला से 8 किमी दूर ऐलागाड से हाइवे बंद है। मांगती और सिमखोला में मोटर पुल क्षतिग्रस्त हो गए। गरबाधार में सेना सहित अन्य वाहन बहने की सूचना है। साथ ही खच्चर भी बह गए हैं। काली नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इससे नदी किनारे अलर्ट जारी कर दिया है।

अब तक 17 लोगों के शव निकाले गए हैं। एक महिला काली नदी पार नेपाल में नजर आई। वह घायल बताई जा रही है। छंकंडे में 50 मीटर कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग बह गया है। यह क्षेत्र संचार विहीन है। इस कारण सूचनाएं भी प्रशासन को समय से नहीं मिल पा रही है।

यात्रा संचालक कुमाऊं मंडल विकास निगम के जीएम त्रिलोक सिहं मर्तोलिया ने बताया कि कैलास मानसरोवर यात्रा का 16 वें दल को सिरखा पड़ाव में, वापस लौट रहे 12 वें दल को धारचूला में, 13 वें, 14 व 15 वें दल को गूंजी व चीन में तथा आदि कैलास के दल को बूंदी में रोक दिया गया है। संचार सेवा प्रभावित होने की वजह से संदेशवाहक के जरिये कई दलों को रोका गया। जीएम के अनुसार यात्रियों के लिए पर्याप्त इंतजाम हैं।