प्रशासन और कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए।

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अमृतसर – ऑपरेशन ब्लू स्टार की 32वीं बरसी पर कड़ी सुरक्षा के बावजूद आज अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में खालिस्तान जिंदाबाद के जोरदार नारे लगाए गए। प्रशासन और कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए स्वर्ण मंदिर में जुटे दल खालसा के उग्रवादी नेताओं ने नारेबाजी की। स्वर्ण मंदिर में मंगलवार को ऑपरेशन ब्लूस्टार की 33वीं बरसी मनाई गई। इस मौके पर कई सिख संगठन जमा हुए। इस दौरान एक संदेश पढ़ने को लेकर इन संगठनों में खींचतान रही। नौबत हंगामे तक पहुंच गई और माइक तोड़ दिए गए। बाद में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगे। बता दें कि 1984 में खालिस्तान सपोर्टर्स आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन ब्लूस्टार चलाया गया था।

हालांकि इससे पहले पंजाब की बादल सरकार ने उग्र नेताओं की गिरफ्तारी का दावा भी किया। पुलिस ने सरबत खालसा में अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ध्यान सिंह मंड और शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के मुखी सिमरनजीत सिंह मान को उनके घरों में ही नजरबंद किया गया है। इसके अलावा और कई दूसरे रेडिकल ग्रुपों और संगठनों के नेताओं को भी उनके घर में ही नजरबंद कर दिया गया है या कस्टडी में ले लिया गया है।

इस बीच आज दल खालसा के पंजाब बंद के ऐलान को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अमृतसर में दरबार साहिब के अंदर सिविल ड्रेस में 150 सुरक्षा कर्मी और एसजीपीसी की अपनी टास्क फोर्स भी तैनात कर दी गई है।