रमजान के मौके पर बाजारों में अलग -अलग किस्मों की खजूर

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किशोर/अजमेर  – रमजान में खजूर से रोजा खोलने को शुभ माना जाता है। इसके लिए बाजार में खजूर की दर्जन से अधिक वैराटियां बिक्री के लिए पहुंच गई हैं। इसमें देश के साथ कई विदेशी खजूरभी उपलब्ध है। इस बार ताजा खजूर सर्वाधिक पसंद किया जा रहा है। इसके बाद दूसरे नंबर पर अरमानी खजूर है जो बाहर से खास तौर से मंगाया गया है।

दुनिया भर में मुसलमान  रमज़ान की इबादत में लीन है। इस पवित्र सब्र और रहमत वाले महीने में सभी मुस्लिम अल्लाह के लिए रोज़ा रखते है। रोज़ा सुबह 4 बजे से लेकर शाम 7 बजे यानी अँधेरे-से-अँधेरे तक भूखा प्यासा रह  कर अल्लाह  की इबादत  करने को  कहते है। रोज़े रखने के लिए अलसुबह 4 बजे से पहले रोज़ादार  के लिए ज़रूरी है तो  शाम को रोज़ा  इफ्तार करने यानी खाने  के लिए  सबसे पहले खजूर भी ज़रूरी है। इस बार रमज़ान के लिए बाजार में विदेशी खजूर भी खासी देखी जा रही है मगर पिछले साल के मुकाबले इस साल खजूरकी कीमतों में उछाल ज्यादा  है।   बाजार में अरमानी खजूर 140 रूपए का 400 ग्राम, बुमान 100 का 500ग्राम, बीज रहित 60 रूपए का 500 ग्राम, बीजवाला देशी 50 का 500 ग्राम, कीमीया 150 का 550 ग्राम और ताजा खजूर 60 रूपए प्रति किलो से बिक रहा है।

भलेही रमज़ान को देखते हुए बाजार में विदेशी खजूर अपनी चमक  दिखला रही हो, मगर महँगाई के चलते देशी खजूर भी आम लोगो की  पसंद में कम नहीं। यही वजह है की ग्राहक बीज रहित ताजा खजूर खरीद कर ही संतुष्टि पा  रहे है दरगाह से जुड़े लोगो का मानना भी है की रमजान के समय खजूर की अत्यधिक बाजारों में बिक्री होती है मुस्लिम रोजा खोलने के समय इसका ज्यादा उपयोग करते है अलग अलग किस्मों की खजूर केवल इसी समय उपलब्ध हो पाती है