सैंज, कुल्लू (हि०प्र०) – एंबैसेडर कार से 80 किलोमीटर सडक़ मार्ग से सफर कर सैंज पहुंचे थे अटल जी

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रिपोर्ट -कौशल/सैंज,कुल्लू- भाजपा के शिखिर पुरूष,सियासत के पुरोधा और देश के सर्वोच्च सम्मान से अलंकृत भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी की मौत से जहां सारा देेश शोकाकुल है, वहीं सैंज घाटी में भी मातम का माहौल है। स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी कुल्लू मनाली को दूसरा घर मानते थे वहीं सैंज वासियों के लिए अटल जी ने बहुत बड़ी सौगात दी है जिस कारण सैंज घाटी के लोग अपने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी को हमेशा याद रखेगें। एशिया की दूसरे नंबर की महत्वकांक्षी पार्वती जल विद्युत परियोजना आखिर अटल बिहारी जैसी शख्सियत के कारण ही सैंज घाटी में है और आज सैंज घाटी दुनिया के नक्शे पर है। गौर करने वाली बात है  कि दिसबंर 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी एंबैसेडर  कार में 80किलोमीटर सफर तय कर सैंज पहुंचे थे। जहां उन्होंने 2071 मैगावाट की पार्वती जल विद्युत परियोजना का शिलान्यास किया था। उबड़-खाबड़ सडक़ पर संभवतय अटल जी देश के पहले प्रधानमंत्री होगें जिन्होंने भुंतर एयरपोर्ट  से 80 किलोमीटर का सफर कार से किया । पार्वती प्रोजेक्ट के शिलान्यास के उपरांत उन्होंने भारी जन समूह को संबोंधित करते हुए कहा था कि मुझे पद से नहीं बल्कि जनता से प्यार है। उन्होंने सैंज के लोगों को अाशस्वत किया था कि यहां के लोगों का शीघ्र ही भाग्य बदलने वाला है। पूर्व प्रधानमंत्री की भविष्यवाणी सच हुई और आज सैंज घाटी के लोग पार्वती प्रोजेक्ट के चलते समृद्वि और प्रसिद्वि पाए हुए हैं। गांव -गांव में सडक़ें आलीशान बंगले,रहन सहन तथा तमाम मूलभूत सुविधाऐं अटल जी के कारण मिली है। भले ही आज पूर्व प्र्धानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी इस दुनिया में नहीं है लेकिन उनकी शिलान्यास पट्टिका जीवनभर सैंज वासियों को याद दिलाती रहेगी। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पंडित खिमी राम ने बताया कि अटल जी विकास पुरूष के अलावा महान पुरूष भी माने जाएगें। देश को एकसूत्र में पिरोने के लिए अटल जी सक्षम माने गए हैं और प्रदेश के विकास में उनका अमूल्य योगदान है। देश को उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। बरहाल सैंज व बंजार के लोग अटल बिहारी बाजपेयी की मौत से गमगीन हैं ।