सोनीपत – बेटों से कम नही है बेटियां, हरियाणा की बेटी बनी दूसरी बेटियों के लिए प्रेरणा

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सोनीपत – बेटों से कम नही है बेटियां, हरियाणा की बेटी बनी दूसरी बेटियों के लिए प्रेरणा
सुरेन्द्र /  सोनीपत – हरियाणा की जमीन को खेलों की जमीन कहा जाता है । लेकिन हरियाणा की लड़कियों ने कई बार साबित किया कि हरियाणा खेलों के साथ साथ पढ़ाई में भी अव्वल रहा है आज देश की सबसे बड़ी परीक्षा UPSC में सोनीपत की रहने वाली अनु कुमारी नाम की लड़की ने नंबर दो रैंक हासिल कर यह साबित कर दिया है, कि हरियाणा की लड़कियां हर वर्ग में लड़कों से आगे हैं , UPSC में नंबर दो रैंक हासिल कर अनु कुमारी ने अपना ही नहीं अपने माता-पिता का और अपने प्रदेश का नाम पूरे देश में रोशन किया है।
सोनीपत ज़िला एक बार फिर देश मे चर्चाओं में आ गया है।पिछले सालों में मोनिका दहिया,पूनम मलिक, कोमल गुप्ता के यूपीएससी में अव्वल  आने के बाद एक बार खुशी मना रहा है। क्योकि पूरे देश मे हरियाणा लड़कियों के लिंगानुपात में चर्चाओ में रहा है। यहां तक की बेटियों को बचाने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत से बेटी बचाओ ,बेटी पढाओ की देश व्यापी अभियान की शुरुआत की थी।
इस अभियान का नतीजा यह निकला की हरियाणा में लड़को के मुकाबले लड़कियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
मूलरूप से पानीपत के गांव दीवाना के रहने वाले उनके पिता बलजीत दिल्ली के एक निजी अस्पताल में लगी 34 साल पहले नोकरी  के चलते सोनीपत के विकास नगर में  रहने लगे। सोनीपत में जन्मी अनु बचपन से ही मिलनसार प्रवर्ति की रही है। इस परिवार की बेटी अनु ने इस परिवार का नाम रोशन किया है वह भी वह परीक्षा पास कर जिसका सपना हर मां बाप देखता है अनु ने यूपीएससी परीक्षा में नंबर दो रैंक हासिल कर इस परिवार को खुशी मनाने का मौका दिया है इस मौके पर अनु कुमारी ने कहा कि मुझे आज नंबर दो रैंक हासिल कर अपना ही नहीं अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है मैं इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता को देना चाहती हूं अनु कुमारी ने कहा कि वह IAS को चुनेगी और जनता की सेवा करेगी उन्होंने कहा कि उनकी सफलता के पीछे पिछले 1 साल से कड़ी मेहनत करना रहा है वह रोजाना 10 से 12 घंटे पढ़ाई करती थी और उसी का नतीजा है कि उसने UPSC में नंबर दो रैंक हासिल किया वह IAS बनकर महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण के लिए काम करेगी।
 अनु कुमारी ने अपने संघर्ष के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी शादी दिल्ली में हुई है। उनका 4 साल का एक लड़का भी है लेकिन शादी ने आईएएस बनने के सपने में बाधा नही पहुँचाई, ससुराल वालों और पति का सहयोग उससे पूरा मिला , अनु कुमारी ने अपने स्कूल की पढ़ाई सोनीपत के शिवा स्कूल से पूरी की और ग्रेजुएशन बीएससी फिजिक्स ऑनर्स दिल्ली विश्वविद्यालय से और एमबीए की पढ़ाई नागपुर आईएमटी  से और वो नो साल तक एक प्राइवेट कंपनी में अपनी सेवाएं दे चुकी है।
 अनु की सफलता पर अनु के पिता बलजीत सिंह को बड़ा गर्व है उन्होंने उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने उनका ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का नाम देश में रोशन किया है बलजीत सिंह ने कहा कि आज मुझे इतनी खुशी है कि इसको मैं एक्सप्लेन नहीं कर सकता अनु बचपन से ही शिक्षा में अव्वल रही है बलजीत सिंह ने कहा कि वह अपनी बेटी से उम्मीद करता है कि वह जब IAS बनकर देश के प्रति इमानदारी से काम करें और देश का नाम रोशन करें और महिला और लड़कियों के सशक्तिकरण के लिए काम करें। भाजपा महिला महामन्त्री ओर बेटी बचाओ, बेटी पढाओ की सोनीपत ज़िला संयोजक किरणबाला सिंह का कहना है कि हरियाणा के पुरूष प्रधान समाज के लिये अनु की सफलता बेटियों के प्रति जागरूकता पैदा करने में सँजीवनि बूटी का काम करेगी।पहले ही बेटियों को कोख में मारने का दंश झेलने वाले हरियाणा की अन्य बेटियां भी अनु की कामयाबी से प्रेरित होकर समाज मे अब तक  बेटों को अधिक अवसर मिलने की बराबरी हासिल करने में सफल होंगी।