सीतामढ़ी – फिल्मो में तो होता ही है लेकिन यहां असल जिंदगी में अजीब तरह का किस्सा सामने आया कि नकली दूल्हा घोड़ी पर सवार होकर आ गया जिसे देख दुल्हन ने शादी से साफ इंकार कर दिया जिसकी तस्वीर दिखाई थी यानि तय दूल्हा कोई और था जिसकी फोटो देखकर शदी तय हुई थी मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले में कोहबरवा गांव का है , दुल्हन के इन्कार के बाद परिजनों एवं ग्रामीणों ने दूल्हा और बरातियों को बंधक बना लिया। इस बीच शादी में मध्यस्थ रहा दुल्हन का चचेरा भाई भाग निकला।
सोमवार सुबह मुखिया ललित नारायण पंडित के नेतृत्व में पंचायत हुई। वर पक्ष ने दुल्हन के परिजन को खर्चे का भुगतान किया। इसके बाद वर पक्ष के लोग मुक्त हुए। जानकारी के अनुसार कोहबरवा गांव की युवती की शादी मुजफ्फरपुर जिले के गोलगामा गांव निवासी स्वर्गीय युगल साह के पुत्र मुकेश कुमार से तय हुई थी। रविवार की रात बारात आई। दुल्हन के दरवाजे पर रथ सवार दूल्हा पहुंचा। खिड़की से दुल्हन ने देखा तो होश उड़ गए। उसने कहा कि दूल्हा बदला है। जिसकी फोटो दिखाई गई, वह ये नहीं है। दुल्हन के भाई ने भी दूल्हे को देखा तो बहन की शिकायत सही पाया। गांव में बात फैल गई। लोग आक्रोशित हो गए। नाराज ग्रामीणों ने बरातियों को बंधक बनाना लिया।
यह सुनकर सब लोग सन्न रह गए। बताया गया कि दुल्हन का चचेरा भाई विकास साह एवं दूल्हे का भाई सुरेश राय पटना में किसी मिठाई की दुकान में नौकरी करते हैं। दोनों की मध्यस्थता से शादी तय हुई। लड़की पक्ष को लड़के की तस्वीर दिखाई गई। लड़की के भाई ने हामी भर दी। दोनों पक्षों ने गांव में शादी का कार्ड बांटा। वर पक्ष ने वधू के पिता का नाम स्वर्गीय… साह के बदले … राय छपवाया। जबकि वधू पक्ष के कार्ड पर वर के पिता का नाम स्वर्गीय युगल राय के बदले युगल साह लिखवाया। पंचायत में दूल्हे ने बताया कि वह चेन्नई में काम करता है। उसने अपने भाई के पास तस्वीर भेजी थी। लेकिन भाई ने किसी दूसरे की तस्वीर वधू पक्ष को दी जाति बदले जाने की भी जानकारी नहीं थी। एक लाख रुपये देने के बाद दूल्हा एवं बारातियों को मु्क्त कर दिया गया।