इंद्री – बाढ़ प्रभावित इलाकों के सर्वे के बाद शीघ्र ही मुआवजा राशि की घोषणा की जाएगी :कर्णदेव कांबोज

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रिपोर्ट / मैनपाल कश्यप/इंद्री –  पूर्व राज्य मंत्री कर्णदेव कांबोज ने आज इंद्री हल्के के दर्जनों बाढ़ पीड़ित गांवों का दौरा कर लोगों को आ रही समस्याओं की जानकारी ली। पूर्व मंत्री ने हल्के के जपती छपरा, बीबीपुर ब्राह्मण, सैयद छपरा, ब्याना, कलसौरा सहित कई गांवों का दौरा किया। उपमंडल के गांव बीबीपुर ब्राह्मण में पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि यमुना नदी के पानी से रादौर व इंद्री हल्के के दर्जनों गांवों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इस पानी से फसलों का नुकसान तो हुआ ही है वहीं आने वाली फसलों को भी नुकसान होगा क्योंकि खेतों में बारिश के पानी के साथ आई मिट्टी की वजह से खेत ऊंचे नीचे हो गए है। उन्होंने कहा कि कई इलाकों में भूमि कटाव भी हो रहा है जिससे किसानों के खेत के खेत पानी में बह गए है। किसानों को बहुत नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि 1978 के बाद इतना पानी पहली बार आया है। उस समय लगभग 9 लाख क्यूसिक पानी आया था। लेकिन इस बार 4 लाख क्यूसिक पानी आयाहै। बाढ़ का मुख्य कारण यमुना नदी में हो रहा कटाव है। कटाव होने के कारण ही यह बाढ़ का माहौल बना है।  पहले यह पानी रादौर में कटता था लेकिन कटाव के चलते अब की बार इस पानी का रुख इन्द्री की ओर हो गया। वहीं इस बाढ़ का मुख्य कारण तटबंधों का टूटना रहा है। उन्होंने बताया कि किसान के एक खेत को तैयार करने में बीस से पच्चीस हजार रूपया खर्च आ जाता है। वहीं पशुओं के लिए चारे की समस्या पैदा होने से भी काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले को लेकर अत्यंत गंभीर है और मुख्यमंत्री पूरी तरह से इस आपदा पर नजर रख रहे है। मुख्यमंत्री ने खुद हवाई सर्वेक्षण भी किया है। मुख्यमंत्री ने अभी बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों के लिए दो सौ करोड़ रुपयों की आपदा राशि मदद करने के लिए दी है। उन्होंने कहा कि सरकार शीघ्र ही बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वे कराएगी ओर जो भी रिपोर्ट आएगी उसके अनुसार राहत राशि की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि तटबंधों के टूटने में किसान व प्रशासन दोनों की जिम्मेवार है। किसान भी तटबंधों की कटाई करते रहते है। खेतों में पानी ज्यादा मात्रा में खड़े रहने का एक कारण नालों का बंद होना भी है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि बाढ़ से स्कूली बच्चों की शिक्षा भी बाधित हुई है। शीघ्र ही स्कूल खुल जाएंगे और फिर से शिक्षा सुचारू रूप से शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि रादौर के एक गांव कमालपुर टापू में अत्यधिक कटाव हो रहा है। स्वयं मुख्यमंत्री महोदय ने कल देर रात इस विषय के बारे में मेरे साथ बातचीत कर हालातों का जायजा लिया है। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारी, प्रशासन व समाजसेवी संस्थाए सभी इस काम में लगे हुए है ओर पूरा सहयोग कर रहे है। इस काम के लिए सेना की मदद भी ली जा रही है। इस मौके पर रणबीर गोयत, इन्द्र शर्मा सहित कई अन्य गांववासी मौजूद रहे।