दिल्ली फ्री वालों की

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दिल्ली विधानसभा चुनाव – दिल्ली विधानसभा के चुनाव में मतदान सम्पन्न हो गया l जिसके बाद  62. 59  प्रतिशत मतदान बताया जा रहा है l जैसे ही मतदान का समय खत्म हुआ ,सभी चैनल अपने अपने एक्सिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक आम आदमी पार्टी को ही बढ़त मिलती हुई दिखा रहे हैं l आप पार्टी का ही बहुमत दिखा रहे हैं l इसके मुताबिक तो दिल्ली के लोगों को मुफ्त की नीति पसदं आई है l बस बिजली फ्री, पानी फ्री, शिक्षा फ्री ,किराया फ्री और राशन भी फ्री होने वाला है यानि जब सब फ्री है तो कुछ करने की जरूरत नहीं घर में आराम से खाओ और सो जाओ l फ्री का राजनीति का (सब कुछ फ्री करके जीतना ) ऐसा दौर शुरू हुआ है जो हर चुनाव में बढ़ता ही जा रहा है लोग तो फ्री पर व्यंग कस रहे हैं कि अब तो दिल्ली शिफ्ट हो जाना चाहिए क्योंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने घोषणा पत्र में फ्री राशन का भी वादा जो किया है l इस पर एक सभ्य नागरिक को सोचने की जरूरत है जब जीवन में जरूरत ही नहीं है तो काम क्यों करेंगे और जब सब कुछ फ्री ही मिलेगा तो शिक्षा की भी जरूरत नहीं कौन सा काम करना है l  टेक्नोलॉजी के बादशाह माने जाने वाले जापान की गिनती दुनिया के सबसे मेहनती देश में होती है यहाँ के लोग सप्ताह में 80 घंटे काम करते हैं l यही कारण है कि भूकंप जोन में आने के बावजूद जापान की गिनती दुनिया के विकसित देशों में होती है l और एकतरफ हमारे देश के ऐसे लोग जो फ्री की तरफ मुँह बाये खड़े हैं l इतिहास के जानकर बता रहे हैं कि सोवियत संघ ने देश के लोगों को इतनी स्वतन्त्रता दे दी थी कि उसका विघटन ही हो गया जिसका एक हिस्सा आज रूस है l यानि किसी भी चीज़ की सीमा होनी जरूरी है नहीं तो अति उसे नाश की ओर धकेल देती है l

लोगों को यह नहीं पता कि फ्री एक तरफ तो मिलेगा लेकिन हम ही थोड़े समय बाद कहेंगे कि बहुत महंगाई हो गई है l मुख्यमंत्री के पास फ्री का कौन सा खजाना है l यानि फ्री का मज़ा कहीं न कहीं महंगाई में ही निकलेगा और यही फ्री घूमने वाले ही भरेंगे l देश से शायद इन फ्री वालों को कुछ नही लेना बस फ्री मिला बस , भले ही इसका बहुत भारी नुकसान देश के प्रति हम नहीं समझ पा रहे l उदाहरण के लिए हम जब कोई काम या नौकरी करते हैं तो बदले में उसका मेहनताना या सैलरी मांगते हैं या नहीं क्या खुद फ्री में कर सकते हैं l क्या फ्री से देश की तरक्की होगी ? फ्री में अपनी तरक्की ढूंढ़ने वालों को दूसरे देशों से शिक्षा लेनी चाहिए l