करनाल – गीता में निहित सार से मिलती है जीवन जीने की प्रेरणा : विधायक धर्मपाल गोंदर

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करनाल –  जिला प्रशासन करनाल द्वारा स्थानीय पंचायत भवन में मनाये जा रहे अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दूसरे दिन स्कूली बच्चों व लोक कलाकारों द्वारा आकर्षक एवं मनमोहक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे नीलोखेड़ी के विधायक धर्मपाल गोंदर ने एक स्कूली बच्चे को 500 रुपए व लोक गायक नुसरत खान की शानदार प्रस्तुति पर 2100 रुपये का नकद पुरस्कार दिया।
इसमें बोलते हुए बतौर मुख्यातिथि बोलते हुए नीलोखेड़ी के विधायक धर्मपाल गोंदर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से गीता को विश्वस्तरीय पहचान मिली है, इसके लिए देश हमेशा उनकी आभारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जब भी समाज में अज्ञानता और अत्याचार की बढ़ोतरी होती है तो भगवान विभिन्न रूपों में आकर समाज का मार्गदर्शन करते हैं। इसी प्रकार भगवान श्री कृष्ण में कौरवों के आतंक को मिटाने के लिए धरती पर फैले दु:शासन अर्थात दुष शासन यानी बुरे शासन को समाप्त करने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने गीता के उपदेश के माध्यम से अर्जुन को पापियों का नाश करने की प्रेरणा दी। उन्होंने बच्चों को अपने माता-पिता की सेवा करने और उनकी बातों को मानने की प्रेरणा दी।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए असंध के विधायक शमशेर सिंह गोगी ने कहा कि गीता मानव मात्र के लिए प्रेरणा का स्रोत है और इसमें निहित ज्ञान और कर्म को अपनाने से ही व्यक्ति लाभान्वित होता है। अच्छे फल की कामना की जा सकती है। उन्होंने कहा कि आज गीता को देश व विदेश में अलग पहचान मिली है, जिससे हमें अपने प्राचीन संस्कृति और संस्कारों पर गर्व होता है। गीता व्यक्ति के जीवन के विपरीत क्षणों का हल निकालने में हमेशा सहायक सिद्ध होती है। गीता न केवल जीवन की शैली है, बल्कि एक आध्यात्मिक चिंतन है, जोकि जीवन को देदिप्यमान करती है। गीता एक पुस्तक नहीं बल्कि एक मार्गदर्शक है, जिसमें भटके हुए व्यक्ति को विषम परिस्थितियों में भी रास्ता मिल जाता है।

कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक नुसरत खान ने अपनी बेजोड़ प्रस्तुति दी, जिसने उपस्थित श्रोताओं का मन मोह लिया। उन्होंने गीता पर आधारित रचनाओं से शुरू करते हुए देश भक्ति और प्रभु आस्था के भजनों से माहौल को रंगारंग बना दिया। उन्होंने गीता पर आधारित एक नृत्य नाटिका का मंचन किया, जिसने लोगों में आस्था के भाव भर दिए। उन्होंने ‘सुन ले बृजभान की किशोरी, जो मोसे ना खेलो होरी, तो तेरी मेरी कट्टी हो जाएगी  नामक बड़ा ही रोमांच से भरपूर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की, जिस पर लोग झूमने लगे।

सरकारी स्कूल के बच्चों ने अपने बेहद रोचक एवं देश भक्ति की प्रस्तुति दी, इसमें देश भक्ति के एक गीत ‘जब जब मेरे होठों पर नाम वतन का आता है, छाती चौड़ी हो जाती है, माथा ऊंचा हो जाता है, मेरे देश का क्या कहना प्रस्तुत किया। खालसा कॉलेज के विद्यार्थियों ने भांगड़ा और गिद्दा प्रस्तुत किया। इस पर दर्शकों खूब तालियों की गड़गड़ाहट से वातावरण मधुर बना दिया।

कार्यक्रम के दौरान एक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के रामकुमार व अन्य कलाकारों ने गीता सार का प्रस्तुतीकरण किया। उन्होंने गीता के महत्व और श्रीकृष्ण के जीवन पर आधारित भजनों की प्रस्तुति दी। स्वतंत्रता सेनानियों तथा देश भक्ति पर सुनाए गए गीतों से दर्शकों में भारी उत्साह देखने को मिला।
इस अवसर पर नगर निगम के संयुक्त आयुक्त गगनदीप सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त योगेश कुमार, उपमंडल अधिकारी इंद्री सुमित सिहाग, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त गगनदीप सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी राजपाल चौधरी, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी कृष्ण कुमार आर्य सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।