कुंजपुरा /इंद्री – इंद्री ब्लॉक के सबसे बड़े गांव कुंजपुरा की सड़क 5 महीने से पड़ी बेहाल

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कुंजपुरा /इंद्री – नेवल हवाई पट्टी पर वी.आई.पी. लोगों या हरियाणा के मुख्यमंत्री का किसी भी कार्यक्रम को लेकर आना जाना लगा रहता है लेकिन बात इस कुंजपुरा रोड की हो या आई टी आई चौक की , अतिक्रमण की हो या इसकी खस्ता हालत की हो, सच्चाई किसी से भी छुपी हुई नहीं है l अभी कल यानि गुरुवार की रात गाँव कुंजपुरा में रात्रि ठहराव खुले दरबार का आयोजन किया गया जिसमें पूरा प्रशासन मौजूद था l लेकिन ये सारा प्रशासन गांव की मुख्य सड़क से न आकर के वाया कलवेहड़ी कुंजपुरा आया , क्योंकि मात्र एक किलोमीटर का मुख्य सड़क का टुकड़ा तो दलदल में परिवर्तित हो चुका है , जहां से कोई भी बड़े वाहन निकलते हैं तो हर रोज फंसे रहते हैं जिस कारण जैम भी लगा रहता है , लोगों को मजबूरी में दूसरे गाँव की सड़क से जाना पड़ रहा है , ट्रैफिक ज्यादा होने से कभी तो दोनों तरफ ट्र्क फंसे रहते हैं या गिर जाते हैं , ओवरलोडिड चलने वाले अवैध रूप से ये ट्रक यू०पी० से आवाजाही करते हैं और अपना टोल बचाकर सरकार को चूना लगा रहे हैं l अब कलवेहड़ी गाँव के लोग भी अपना रोना रो रहे हैं कि इस वजह से हमारे गाँव की भी सारी सड़क टूट गई है या जगह जगह से धंस गई है , इस सड़क पर जब एक साईड से निकल रहे हों तो दूसरी साईड से निकलने वाले को काफी मुश्किल से निकलना पड़ता है l रमेश और प्रदीप ने बताया कि जब हमने दरबार में सड़क को बनाने की बात की तो जवाब मिला कि सड़क बन रही है l

नेवल गांव से कुंजपुरा सरकारी स्कूल में पढ़ने आने वाली लड़कियों नेहा , ममता , सुषमा ने बताया कि सड़क के ऐसे हालत में हर रोज स्कूल आने जाने में परेशानी हो रही है बस भी दूसरे गांव से होकर आती है क्योंकि इधर रास्ता बंद हो गया है , कई बार तो छुट्टी मारनी पड़ती है इससे पढ़ाई भी बाधित हो रही है l  ग्रामीणों के अनुसार करीब 26000 की आबादी वाले इंद्री ब्लॉक के सबसे बड़े गांव की सुनने वाला कोई नहीं है , खाद्य आपूर्ति मंत्री कर्ण देव काम्बोज के आगे भी कई बार इसकी गुहार लगा चुके हैं लेकिन कुछ नहीं हुआ l

ग्रामीणों ने बताया कि आज रात को दरबार लगने से पहले ही तैयारियां शुरू हो गई थी जहाँ पानी और दलदल से भरी सड़क पर मिटटी के ट्रक डलने लगे , वहीं जोहड़ के पास कूड़े के ढेर पड़े थे वो भी पीछे सरकाकर मिटटी से ढके जा रहे थे , ऐसी गतिविधियों से पहले ही पता चल गया था कि जरूर कुछ होने वाला है ,कभी  मिटटी न होने का बहाना ,  कभी बारिश का पानी भर गया का बहाना अब पानी में भी मिटटी डल गई लेकिन अब कहाँ से एकदम मिटटी भी आ गई l सड़क के साथ लगते दुकानदार अपने काम के बंद होने का रोना रो रहे हैं तो ठेकेदार बारिश का रोना बताकर सड़क की सच्चाई बता रहा है l

सड़क के ठेकेदार बंटी चावला का कहना है कि सड़क के काम को शुरू हुए अभी डेढ़ दो महीना ही हुआ है अभी तो हमारे पास दो साल का समय है आई. टी. आई. तक इसे बनाने का , बरसात होने की वजह से देरी हो रही थी लेकिन अब नया मामला सड़क की पैमाइश का आ गया है जब तक वो साफ नहीं होगा काम कैसे करेंगे l ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क पर काम शुरू हुए पांच महीने हो गए पहले इसे धीरे धीरे फाड़ा गया फिर इसे ऐसे ही फाड़कर छोड़ दिया गया जो साथ साथ काम शुरू किया जाता तो अब बरसात का बहाना न बनाना पड़ता , कि पूरे गाँव को सड़क खराब होने से मुसीबत उठानी पड़ रही है , इस से तो बिना बने ही ठीक थी लोग आवाजाही तो कर रहे थे कई मोटरसाइकिल सवार आये दिन लोग चोट का शिकार होते रहते  हैं l यह सड़क सिर्फ गाँव कुंजपुरा गाँव की ही सड़क नहीं है बल्कि इससे जुड़े दर्जन गाँव प्रभावित हैं l ग्रामीण कह रहे हैं कि इसके हाल देखकर ये शहर के इतने नज़दीक की दूरी का गाँव बिल्कुल नहीं लगता l कहीं तो सड़क बनने के उदाहरण दिये जा रहे हैं कि सिर्फ इतने समय में इतने किलोमीटर का सड़क या हाइवे बनकर तैयार हो गया , ये भी उदाहरण बन गया है l