बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से प्रदेश के लिंगानुपात में सुधार ,आंकड़ा हुआ 950 के पार- कर्णदेव काम्बोज।

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इन्द्री – हरियाणा के खाद्य,नागरिक  आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री कर्णदेव काम्बोज ने कहा कि वर्तमान हरियाणा सरकार द्वारा अपने करीब तीन साल के कार्यकाल में महिलाओं के विकास और उन्नति के लिए हरियाणा कन्या कोष स्थापित किया गया है। इसके अलावा हिंसा से प्रभावित महिलाओं के लिए करनाल, रेवाड़ी,फरीदाबाद, गुरूग्राम,भिवानी, हिसार व नारनौल में वन स्टॉप सैंटर सखी स्थापित किए गए हैं । स्वर्ण जयंती कार्यक्रम के तहत अगले चरण में प्रदेश के 15 जिलों अम्बाला, पंचकुला, कुरूक्षेत्र, कैथल, यमुनानगर, सिरसा, फतेहाबाद, सोनीपत, पानीपत, झज्जर, जींद, रोहत्तक, चरखीदादरी, पलवल और नूह में 20 करोड़ 61 लाख रूपये की लागत से वन स्टॉप सैंटर सखी स्थापित करवाए जा रहे हैं।
गांव हसनपुर जिला सोनीपत में नन्दघर नाम से देश का पहला आधुनिक आंगनवाड़ी केन्द्र शुरू किया गया है। काम्बोज शुक्रवार को इन्द्री विश्राम गृह में जनता की समस्या सुनने उपरांत  मीडिया से बातचीत कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने 200 से अधिक लोगों की समस्याओं का निवारण किया तथा शेष समस्याओं का समाधान करने के लिए सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने आगे बताया कि  महिलाओं को कौशल विकास में प्रशिक्षण देने के लिए संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम से एक समझौता किया गया है इसके तहत आगामी दो वर्षों में प्रदेश की दस हजार महिलाओं का दक्षता विकास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत बालिका के जन्म से दस वर्ष की आयु तक खाता खोला जा सकता है। इस अल्प बचत योजना पर सरकार द्वारा दी जाने वाली ब्याज की दर सबसे अधिक है।
मंत्री ने बताया कि प्रदेश में गिरते लिंगानुपात तथा महिला सशक्तिकरण के लिए पानीपत मे 22 जनवरी 2015 से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम शुरू किया गया। इस कार्यक्रम से प्रदेश के लिंगानुपात में निरंतर सुधार हो रहा है और यह आंकड़ा बढक़र 950 हो गया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार इस अभियान की सफलता के लिए एक ओर कदम आगे बढाते हुए आपकी बेटी-हमारी बेटी योजना की शुरूआत की। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति तथा गरीब परिवारों को पहली बेटी के जन्म पर 21 हजार रूपये तथा सभी परिवारों को दूसरी बेटी के जन्म पर 21 हजार रूपये की राशि दी जाती है यह राशि भारतीय जीवन बीमा निगम मे एक मुश्त जमा करवाई जाती है तथा बालिका को 18 वर्ष की आयु पूर्ण तथा एक लाख रूपये उनके उपयोग के लिए दी जाती है। बेटियों की स्थिति में और अधिक सुधार लाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा 24 अगस्त 2015 से परिवार मे जन्मी तीसरी बेटी को भी दूसरी बेटी की तर्ज पर आपकी बेटी- हमारी बेटी स्कीम के तहत लाभ दिया जा रहा है।