करनाल -जिला सचिवालय परिसर में अतिरिक्त उपायुक्त ने तिरंगा बिक्री केन्द्र का शुभारम्भ किया

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करनाल – आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सोमवार को जिला सचिवालय परिसर में तिरंगा बिक्री केन्द्र स्थापित हुआ। डा. वैशाली शर्मा ने रिबन काटकर विधिवत बिक्री केन्द्र का शुभारंभ किया। आज से कोई भी नागरिक मात्र 25 रुपये देकर इस झंडे को खरीद सकता है, जिसमें 20 रुपये झंडे की कीमत और 5 रुपये स्टिक यानि डंडी की कीमत शामिल है। रेट भी सरकार की ओर से निर्धारित किए गए हैं।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि कल से तिरंगा दुकानों व आंगनवाड़ी केंद्रों पर भी मिलेगा। दूसरी ओर  हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारियां की गई हैं। इसे लेकर 4 लाख तिरंगा घर-घर वितरित किए जाएंगे जिसमें 3 लाख ग्रामीण हाऊस होल्ड तथा 1 लाख शहरी क्षेत्र में रहने वाले हाऊस होल्ड को बांटे जाने हैं। एडीसी ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार 13, 14 व 15 अगस्त यानि तीन दिन सभी घरों की छत पर झंडा फहराया जाना है। इससे हमारी राष्ट्रीय एकता और देशभक्ति की भावना और सुदृढ़ होगी।
एडीसी की अपील, तिरंगे का प्रयोग करें सम्मान सहित – एडीसी ने जिला की जनता से अपील कर कहा कि तिरंगा हमारा राष्ट्रीय ध्वज है और यह हमारे गौरव और स्वाभिमान का प्रतीक है। सभी भारतीयों का कर्तव्य बनता है कि वे इसको सम्मान देते रहें। यह जमीन पर नहीं गिरना चाहिए फिर भी यदि किसी को जमीन पर गिरा झंडा दिखाई दे तो वे उसे अपना कर्तव्य समझकर सम्मान सहित उठाएं और सुरक्षित जगह पर रखें।
22 जुलाई 1947 को मिली थी मान्यता – बता दें कि भारतीय ध्वज को संविधान सभा में 22 जुलाई 1947 को मान्यता मिली थी। इससे पहले यह कईं स्वरूपों में आया। तीन रंगों के ध्वजों में सबसे ऊपर केसरिया बलिदान और त्याग का प्रतीक है, बीच में सफेद रंग शांति और अहिंसा का प्रतीक तथा हरा रंग समृद्धि और हरियाली को लेकर लिया गया है। बीच में अशोक चक्र बतलाता है कि निरंतर गतिशील रहना चाहिए।