करनाल -कोरोना से भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने बनाया टू मेक करनाल थर्ड वेव प्रूफ प्लान

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करनाल -कोरोना की तीसरी लहर आई तो क्या होगा! उससे निपटने में कैसे होंगे कामयाब, इसी संकल्पना को लेकर प्रदेश के ए.सी.एस. देवेन्द्र सिंह ने जिला के प्रशासनिक अधिकारियों विशेषकर उपायुक्त के साथ समन्वय कर एक महत्वपूर्ण प्लान तैयार किया है, जिससे करनाल में ऑक्सीजन के उत्पादन, आई.सी.यू. बैडो की संख्या के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने और कोरोना पॉजिटिव लोगों के घर द्वार पर ऑक्सीमीटर से लेकर मिनी सिलेंडर तक मुहैया कराए जाने शामिल हैं। प्लान को मूर्तरूप देने के लिए उन्होंने मंगलवार को शहर के औद्योगिक प्रतिनिधि, होटल व्यवसायी, लिकर निर्माता, दवा निर्माता तथा बैंकर्स के साथ लघु सचिवालय के सभागार में एक महत्वपूर्ण मीटिंग की।
एसीएस ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से पार पाने के लिए देश और प्रदेश में बड़े पैमाने पर संसाधन जुटाने के जोरदार प्रयासों के बीच पॉजिटिव केसों में वृद्धि किसी से छिपी हुई नहीं हैं, जरूरतमंद को आईसीयू बैड, ऑक्सीजन और बेहतर इलाज मिले, इसके प्रयास भी जारी हैं, लेकिन कोविड से लड़ाई में संघर्ष किया जा रहा है। इन सब बातों को देखते हमें भविष्य की तैयारी कर लेनी चाहिए, ताकि यदि कोरोना की तीसरी लहर आई तो हम करनाल जिला में अधिक से अधिक लोगों को इस बीमारी से बचा सकने में कामयाब हों, लोगों की अकाल मृत्यु ना हों।
कैसे होगा यह सब- इसे लेकर एसीएस ने बताया कि केसीजीएमसी या इसके आस-पास उपयुक्त जगह पर एक नया ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट लगाया जाना प्रस्तावित है। मौजूदा ऑक्सीजन उपलब्धता और नए प्लांट से उत्पादित ऑक्सीजन को अस्पताल के सभी स्तरों पर मैनीफोल्ड सिस्टम को आवर्धित किया जाएगा। फूसगढ़ में कोविड केयर सेंटर से परिवर्तित 250 बेड के कोविड केयर अस्पताल में सभी बैडों पर 2-2 सिलेण्डरों की व्यवस्था तथा होम आइसोलेशन में रहने वाले रोगियों को उनके घर द्वार पर ही ऑक्सीमीटर और मिनी सिलेण्डर जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। इन सभी सुविधाओं पर एक जरूरी निवेश अपेक्षित रहेगा। इसके लिए सरकार के स्तर और सांसद कोष से मदद ली जाएगी, लेकिन सम्पन्न लोग या संस्थाएं स्वेच्छा से मदद करें, तो यह योजना सिरे चढ़ सकती है। उन्होंने उपस्थित प्रतिनिधियों से कहा कि मानवता की भलाई के लिए इससे अच्छा समय नहीं आएगा और अनुरोध कर कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से करनाल को सेफ एंड सिक्योर रखना है। इसके लिए उन्होंने टू मेक करनाल थर्ड वेव प्रूफ नाम दिया।
उन्होंने बताया कि कोविड टेस्ट में जिनकी रिपोर्ट पॉजीटिव आती है, उनमें से मात्र 8 या 10 प्रतिशत ही संक्रमित और आईसीयू की जरूरत वाले होते हैं, शेष 92 प्रतिशत माईल्ड (हल्के लक्षण)  या एसिम्टोमेटिक (स्पर्शोन्मुखी) होते हैं, जिनकी होम आइसोलेशन में ही केयर की जा सकती है और उनकी बेहतर देखरेख के लिए घर पर ही बड़ी संख्या में पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर तथा ग्लोमीटर और यहां तक की मिनी सिलेंडर भी पहुंचाए जाने चाहिएं। करनाल के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यहां काफी रोगी होम आइसोलेशन में है, उनकी देखरेख के लिए मेडिकल शिक्षा के अंतिम वर्ष के विद्यार्थी और कंसल्टेंट लिए जा रहे हैं। मेडिकल विद्यार्थी रोगी के मुख्य पैरामीटर जैसे बी.पी., पल्स व टेम्परेचर इत्यादि की जानकारी फोन से ले सकेंगे और उचित परामर्श देंगे। दूसरी ओर जो क्रिटिकल या गंभीर होंगे, उनकी जानकारी कंसल्टेंट को देंगे।
प्रबंधन पर एसीयूटी नीरज कादियान की ओर से करनाल की ताजा रिपोर्ट पर एक प्रेजेंटेशन दी गई।
गुरूग्राम बेस नितिन लाईफ साईसिंस लिमिटेड के सीईओ डॉ. चेतन सोबती ने दिखाई दरियादिली- एसीएस के अनुरोध पर नितीन लाईफ साईसिंस लिमिटेड के सीईओ डॉ. चेतन सोबती, हाल में वीसी के जरिए सीधे लाईव हो गए और उन्होंने अपनी कम्पनी की ओर से करनाल में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र के लिए 50 लाख रूपये देने की घोषणा की। इसके लिए एसीएस देवेन्द्र सिंह ने उनका सरकार की ओर से धन्यवाद किया।
उपस्थित दानवीरों ने कर्ण नगरी का नाम किया सार्थक- एसीएस के आह्वान पर उपस्थित प्रतिनिधियों ने कर्ण नगरी के वासी होने को सार्थक कर दिया। करनाल राईस मिल संघ के प्रधान विनोद गोयल ने होम आइसोलेटेड के लिए 200 ऑक्सीमीटर कंट्रीब्यूट करने की बात कही। भारत फर्टिलाइजर लिमिटेड के प्रतिनिधि ने मौके पर ही 2 लाख रूपये का चेक दिया। करनाल प्रिंट एंड पैकर्स ने 51 हजार रूपये का चैक दिया। एक अन्य समाजसेवी ने शहर की माल रोड स्थित 600 गज के एक भवन को कोविड केयर सेंटर बनाने की ऑफर की। कृषि यंत्रो के प्रमुख निर्माता बेरी उद्योग लिमिटेड, होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधि तथा लिबर्टी उद्योग लिमिटेड के प्रतिनिधि ने कहा कि वे यहां से जाकर अपने-अपने ऑनर्स से कंसल्ट करके अधिक से अधिक सहयोग या कंट्रीब्यूशन करेंगे। भिन्न-भिन्न बैंकों से आए प्रतिनिधियों व एलडीएम ने कहा कि सभी बैंक सी.आर.एस. से ऑक्सीमीटर जैसी चीजें खरीद कर देंगे। हैरिटेज लाँस के महाप्रबंधक ने बताया कि उनके बैंक्वेट की तरफ से होम आइसोलेटेड लोगों की मांग पर पौष्टिक खाना घर पर ही पहुंचाया जा रहा है, जिसमें रोटी, चावल, दाल, रायता, सलाद और मीठा शामिल हैं। होम आइसोलेटेड के जरूरतमंद अपनी पॉजिटिव रिपोर्ट को मोबाईल नम्बर 9254102016 तथा 9254100202 पर खाने की मांग कर सकते हैं। इसी बीच उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने प्रतिनिधियों को बताया कि सबको आज ही रेडक्रॉस के खाता नम्बर व्हाट्सएप के जरिए प्रेषित कर दिया जाएगा, उसी में धन राशि दान कर सकते हैं और सामान के रूप में भी सहायता कंट्रीब्यूट कर सकते हैं।
मीटिंग में उपायुक्त निशांत कुमार यादव के प्रयासों की एसीएस ने कई बार अपने शब्दों से की सराहना- एसीएस देवेन्द्र सिंह ने मीटिंग में कई बार करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव की यह कहकर तारीफ की कि वे कोरोना से लड़ाई में बेहतर से बेहतर इंतजाम करने के लिए दिन-रात प्रयासरत हैं। ऑक्सीजन की मात्रा में बढ़ौतरी या आई.सी.यू. बैड की उपलब्धता, ऑक्सीजन बैंक की स्थापना तथा नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई है।