पंचकूला -पत्रकारिता के नए आयामों को वही पत्रकार छू पाएगा जिसका विश्लेषण अच्छा व स्टीक होगा : भूपेंद्र यादव

0
243

पंचकूला – केंद्रीय श्रम, रोजगार एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि अब पत्रकारिता का दौर बदल चुका है। भविष्य में वही पत्रकार पत्रकारिता के नए आयामों को छू पाएगा जिसका विश्लेषण अच्छा व स्टीक होगा। सोशल मीडिया के इस दौर में पत्रकारों को तथ्यों पर आधारित पत्रकारिता करनी चाहिए। भूपेंद्र यादव रविवार को देवर्षि नारद जी की जयंती के उपलक्ष्य में विश्व संवाद केंद्र, हरियाणा द्वारा पंचकूला के सैक्टर-1 में जैनेन्द्र गुरुकुल के आत्म ऑडिटोरियम में आयोजित सातवें राज्यस्तरीय पत्रकार सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा विशेष अतिथि के तौर पर हरियाणा उच्चतर शिक्षा परिषद के अध्यक्ष बृज किशोर कुठियाला, वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय व शिक्षाविद डॉ. जोगेंद्र मौजूद रहे।
भूपेंद्र यादव ने कहा कि समाज में राष्ट्रीय विचारों को पहुंचाने के लिए 90 के दशक में विश्व संवाद केंद्र का गठन हुआ था। विश्व संवाद केंद्र हरियाणा निरंतर अपने लक्ष्य की तरफ अग्रसर है और मीडिया व समाज तक राष्ट्रीय विचारों के साथ-साथ तथ्यपरक व सही जानकारी पहुंचाने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने कई महत्वपूर्ण विषयों को बहुत ही अच्छे ढंग से उठाया हैं, जिससे समाज को एक नई दिशा मिली है। देवर्षि नारद जी की जयंती पर नमन करते हुए उन्होंने कहा कि सभी के लिये उपलब्धता और जानकारी से परिपूर्ण नारद जी की मुख्य विशेषताएं थी। उन्होंने कहा कि 50-60 के दशक की पत्रकारिता केवल लेखन तक सीमित थी। महात्मा गांधी, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जैसे महापुरुषों ने भी समाचार पत्रिकाओं के माध्यम से अहम विषयों को प्रभावी ढंग से समाज के समक्ष लाने का कार्य किया। इसके बाद रेडियो का फिर टीवी का व अब सोशल मीडिया का दौर चल रहा है। आज न्यूज़ में ब्रेकिंग न्यूज़ का दौर है। ब्रेकिंग न्यूज के इस दौर में भी हमें लेखन के कार्य को निरंतर करना चाहिए। क्योंकि ट्रेंडिंग के इस दौर में जानकारी थोड़ी देर के बाद सोशल मीडिया से गायब हो जाती है लेकिन लेखन ही एक ऐसा कार्य है जो स्थाई रहता है और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देने का काम करता रहता है। उन्होंने पत्रकारों से आह्वान किया कि सूचना एवं इन्फोर्मेशन की ताकत को आगे कैसे बढ़ाना है इस पर विचार करते हुए समाज हित मेंं पत्रकारिता करें। भूपेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में पिछले आठ वर्षों में स्वतंत्र अभिव्यक्ति को लेकर नया वातावरण तैयार हुआ है। उन्होंने कहा कि मोदी ने देश में सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण और नवाचार के माध्यम से देश को विश्व में नये मुकाम पर पंहुचाया है।
हरियाणा उच्चतर शिक्षा परिषद के अध्यक्ष बृज किशोर कुठियाला ने कहा कि लोक मानस में देवर्षि नारद जी के प्रति आज भी उतना ही सम्मान और श्रद्धा है। उन्होंने कहा कि विश्व संवाद केंद्र हरियाणा द्वारा देवर्षि नारद जी की जयंती को मनाकर उनके व्यक्तित्व को समाज में वास्तविक रूप में संजोने और उनके संप्रेषण कौशल को आज की पत्रकारिता में समावेश करने का सराहनीय प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों द्वारा भारतीय इतिहास व यहां के ऋषि-मुनियों के जीवन चरित्र को गलत ढंग से प्रस्तुत किया गया है। देवर्षि नारद मुनि ब्रह्मांड के ऐसे पहले पत्रकार थे जो एक लोक की सूचना दूसरे लोक तक पहुंचाने का काम करते थे। देवता ही नहीं दानव भी उनका पूरा मान-सम्मान करते थे। नारद का प्रत्येक संवाद लोक कल्याण के लिए होता था। पत्रकारिता के विद्यार्थियों व पत्रकारों को देवर्षि नारद जी के जीवन दृष्टांतों को समाज तक पहुंचाने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय ने कहा कि भारत के आत्म बौद्ध का सम्मान करना देवर्षि नारद का सम्मान करना है। देश विरोधी ताकतों द्वारा यहां की संस्कृति व परंपराओं को बदनाम करने के लिए बड़े-बड़े षड्यंत्र किए गए हैं। आज नेरेटिव की लड़ाई चल रही है और यह लड़ाई वर्षों से चली आ रही है। नेरेटिव की इस लड़ाई में अपनी संस्कृति व परंपराओं को बचाने के लिए पत्रकारों को अपनी भूमिका निभानी होगी। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान वन्देमातरम के साथ किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि आज टैक्नोलॉजी के प्रयोग से सूचना का महत्व और बढ़ गया है। पहले केवल प्रिंट मीडिया के माध्यम से ही लोगों को खबरों के बारे में जानकारी प्राप्त होती थी परंतु सूचना प्रौद्योगिकी के प्रयोग से सूचना के आदान-प्रदान करने के ढंग में बदलाव आया है। गुप्ता ने कहा कि आज अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करते हुए देश हित को ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यद्यपि बोलने की स्वतंत्रता होनी चाहिए परंतु क्या बोलना है, इस पर भी विचार किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि मौलिक अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों की पालना करना भी हमारा दायित्व बनता है। उन्होंने पत्रकारों से आह्वान किया कि वे सूचना प्रौद्योगिकी का प्रयोग करते हुए तथ्यों पर आधारित पत्रकारिता करें और देशहित में अपना योगदान दें।

कार्यक्रम के दौरान विश्व संवाद केंद्र के सचिव राजेश कुमार ने कहा कि वैसे तो विश्व संवाद केंद्र का मंच किसी तरह मांग करने का मंच नहीं है लेकिन पत्रकार उम्रभर पूरी निष्ठा व ईमानदारी से कार्य करता है। अपना पूरा जीवन समाज हित के लिए खपा देता है। पत्रकारों के पास आजीविका का कोई साधन नहीं होता है। उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा पत्रकारों को दी जा रही पेंशन के लिये सरकार की सराहना की और इसमें और बढ़ोतरी करते हुए पत्रकारों की पेंशन दोगुनी करने की मांग की। ताकि पत्रकार वृद्धावस्था में सम्मान पूर्व अपना जीवन यापन कर सके।

कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार सुमन भटनागर को देवर्षि नारद आजीवन उत्कृष्ट सेवा सम्मान पुरस्कार, सृजना शर्मा को देवर्षि नारद महिला पत्रकारिता गौरव सम्मान पुरस्कार व अशोक कौशिक को देवर्षि नारद पुरुष पत्रकारिता गौरव सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया गया।