करनाल -नगर निगम ने अवैध रूप से चल रही 5 डेयरियों को सील किया

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करनाल -डेयरी शिफ्टिंग मामले में रूचि ना दिखाने वाले डेयरी संचालकों के खिलाफ तीसरी बार कार्रवाई करते शुक्रवार को शहर के बसंत विहार एरिया में जाकर नगर निगम ने 5 डेयरियों को सील करने की कार्रवाई की। स्मरण रहे कि इससे पहले बीती 21 जुलाई को भी नगर निगम की ओर से 3 डेयरियों को सील किया गया और 5 डेयरियों में मौजूद 11 पशुओं को कब्जे में लिया गया था।


उपायुक्त एवं नगर निगम के आयुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि हरियाणा नगर निगम अधिनियम 1994 की धारा 333 के तहत, नगर निगम की ओर से शहर के बसंत विहार एरिया में अवैध रूप से चलाई जा रही पशु डेयरियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई गई। इस दौरान 5 डेयरियों को सील किया गया, 5 डेयरियां पशुओं से खाली दिखाई देने पर कोई कार्रवाई सम्भव नहीं हुई, जबकि एक डेयरी से एक पशु को कब्जे में लिया। इसके कुछ देर बाद पशु मालिक की ओर से 5 हजार रूपये की जुर्माना राशि नगर निगम में जमा करवाने के बाद कब्जे में लिए पशु को छोड़ा गया। ज्ञातव्य है कि डेयरी मालिको के खिलाफ नगर निगम की ओर से जब्त किए गए पशुओं को छोडऩे के लिए 5 हजार रूपये की जुर्माना राशि तय की गई है।
उन्होंने बताया कि नगर निगम टीम की ओर से डेयरियों के खिलाफ सीलिंग करने जैसी कार्रवाई प्रात: 11 बजे शुरू हुई, जो सांय 5 बजे तक जारी रही। टीम के सामने किसी का विरोध नहीं चला। निगम के संयुक्त आयुक्त गगनदीप सिंह के नेतृत्व में निगम के कार्यकारी अधिकारी दीपक सूरा, सचिव बाल सिंह, मुख्य सफाई निरीक्षण महावीर सोढी व सुरेन्द्र चोपड़ा के अतिरिक्त सफाई निरीक्षक, सहायक सफाई निरीक्षक, जेई, दो भवन निरीक्षक व कुछ कर्मचारी शामिल रहे।
संयुक्त निगमायुक्त ने बताया कि सारी कार्रवाई नगर निगम आयुक्त के आदेश पर की गई, इस बारे डेयरी शिफ्टिंग के लिए बनाए गए नियम व शर्तें ना मानने वाले डेयरी संचालकों को पहले ही कई बार मोहलत देकर, उन्हें आवेदन के साथ धरोहर राशि और डेयरी प्लॉट अलॉटमेंट की 20 प्रतिशत राशि निगम कार्यालय में जमा करवाने के लिए सूचित किया गया था। इस पर भी जिन डेयरी मालिको ने किसी प्रकार की रूचि नहीं दिखाई, अंतत: उनके खिलाफ डेयरी सील करने जैसी कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि शहर से सभी डेयरियों को पिंगली स्थित डेयरी कॉम्पलैक्स में हर हालत में शिफ्ट किया जाएगा। शहर की सफाई और स्वच्छता को लेकर यह जरूरी भी है। शहर के नागरिकों की भी मांग है कि नगर निगम की ओर से डेयरी कॉम्पलैक्स बनाए जाने के बाद भी जो डेयरी मालिक अवैध रूप से अपना डेयरी का धंधा चालू रखे हुए हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और सभी डेयरियां शहर से बाहर स्थानांतरित होनी चाहिएं।
उन्होंने यह भी बताया कि शहर में डेयरियां सीवर लाईनो को समूचित बनाए रखने में एक बड़ी बाधा बनी हुई हैं, क्योंकि डेयरियों से निकला गोबर सीवर लाईनो में बहकर उन्हें चौक कर देता है। उन्होंने कहा कि नगर निगम अपनी प्रतिबद्धता के अनुसार सभी डेयरियों को शहर से बाहर शिफ्ट करने की कार्रवाई पूरी करेगा। इसके लिए जो डेयरी मालिक अपना व्यवसाय बंद करना चाहते हैं, वह नगर निगम में शपथ पत्र दे सकते हैं और जो डेयरी मालिक शपथ पत्र देने के बाद भी डेयरी का व्यवसाय करेंगे, उनके खिलाफ डेयरी सील करने व पशु जब्त करने जैसी कार्रवाई की जाएगी।